Monday, November 4, 2013

रेशमा

सरहद पार की सुविख्यात लोकगायिका रेशमा के दुखद निधन से उपमहाद्वीप के संगीत प्रेमियों का शोकाकुल होना स्वाभाविक है.बॉलीवुड की फिल्म 'हीरो ' के लिए गाये अपने गीत ' चार दिना दा प्यार रब्बा बड़ी लम्बी जुदाई .....' से भारत में अति लोकप्रिय हुई इस गायिका ने संगीत के क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बनाई. एक अन्य पाकिस्तानी गायक परवेज़ मेहदी के साथ गाया उनका गीत- गोरिये मैं जाना परदेस- लोक गायन में एक मील का पत्थर है. गले से ही नहीं अपितु दिल से निकली उनकी खनकती आवाज़ अपनी ओर आकर्षित करती थी और करती रहेगी. उनके गायन में एक earthiness - ज़मीन से जुड़ाव- का आभास होता है जो कि लोक गायन की आत्मा कही जा सकती है. इस महान गायिका को विनम्र श्रद्धांजलि

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