न तन सेवा न मन सेवा
न जीवन और धन सेवा
मुझे है ईष्ट जन सेवा
यही सच्ची भुवन सेवा
( अज्ञात )
सुनते हैं लीडरी की अजब आन बान है
जन सेवक आप किन्तु नवाबों सी शान है
नौकर हैं , चाकर हैं, बंगला है , लान है
देखें कि टोंड मिल्क में कैसा उफान है
घूमते हैं अब तो आपके कुत्ते भी कार में
लगता नहीं है जी मेरा उजड़े दयार में
( अज्ञात )
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ReplyDeleteBeautifully portrayed the image of politicians in these lines.
It's really unfortunate to see these politicians with dogs in their cars but so insensitive towards the poor and downtrodden.
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