Monday, May 11, 2015

सआदत हसन मंटो

आज एशिया उप महाद्वीप के इस महान कहानीकार की जयंती है. अपने 43 वर्ष से भी कम के जीवनकाल में मंटो अपनी रचनाओं के कारण विवादों से भी घिरे रहे और उनकी कहानियों में अश्लीलता के आरोपों के चलते उन पर कई मुक़द्दमे भी चले। ऐसा उन लोगों के कारण हुआ जो या तो prudish मानसिकता के थे या उन्होने इन रचनाओं को केवल सतही तौर पर पढ़ कर ही अश्लील करार दे दिया था .ऑल इण्डिया रेडियो में अपनी कार्यावधि के दिनों को याद करते हुए अपने संस्मरणों में एक और महान लेखक उपेंद्र नाथ अश्क ने सहकर्मी रहे मंटो से अपने love-hate सम्बन्धों का रोचक विवरण भी कहीं प्रस्तुत किया है .
समाज में व्याप्त बुराइयों तथा शोषण का बेबाकी से चित्रण करने वाले इस महान कथाकार को विनम्र श्रद्धांजलि !

1 comment:

  1. मैनें सबसे पहले सआदत हसन मंटो की कहानी 'टोबा टेक सिंह' पढ़ी थी, उसके बाद दूसरी कहानी 'बू'। दोनों कहानियों की कथावस्‍तु एक दूसरे से बिल्‍कुल अलग थी। इन कहानियों को पढ़कर ही मैं सआदत हसन मंटो का प्रशंसक बन गया। मेरी ओर से भी इस महान साहित्‍यकार को श्रद्धांजलि।

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