Thursday, April 20, 2017

शकील बदायुनी

आज उर्दू के अज़ीम शाइर और हिन्दी सिनेमा के सुप्रसिद्ध एवं लोकप्रिय गीतकार शकील बदायुनी की पुण्यतिथि है ।अपनी मशहूर गज़लों के अलावा शकील बदायूंनी ने एक से एक बढ़ कर खूबसूरत गीत हिन्दी सिनेमा को दिये । महान संगीतकर नौशाद के साथ उनकी जुगलबंदी रही तथा नौशाद के ही निर्देशन में फ़िल्म ‘दीदार’, ‘बैजु बावरा’, ‘मदर इण्डिया’, ‘मुगल-ए-आजम’, ‘दुलारी’ , ‘शबाब’, ‘गंगा-जमुना’, और ‘मेरे महबूब’ में उनके लिखे गीतों ने लोकप्रियता की तमाम बुलंदियों को छूआ। दूसरी ओर संगीतकार रवि के निर्देशन में फ़िल्म ‘घराना’ , ‘चौदहवीं का चाँद’ में उनके लिखे गीतों ने भी धूम मचायी ।
हेमंत कुमार के संगीत निर्देशन में ‘साहब बीवी और गुलाम’ के लिए लिखे गीत भी बहुत लोकप्रिय हुए ।
उमा देवी उर्फ टुनटुन की आवाज़ में फ़िल्म ‘दर्द’ के लिए लिखा उनका गीत ‘अफसाना लिख रही हूँ , दिले बेक़रार का .......’ आज भी उतना ही लोकप्रिय है । 



गजल सम्राज्ञी बेगम अख्तर की आवाज़ में उनकी लिखी गैर फ़िल्मी ग़ज़ल ‘ऐ मुहब्बत तेरे अंजाम पे रोना आया.......’ तो मील का पत्थर है ही !
भक्ति रस और प्रेम रस से भरपूर रचनाएँ दे कर उनने अपनी बहुमुखी प्रतिभा का लोहा मनवाया ।
केवल 53 वर्ष की आयु में 1970 में आज ही के दिन इस संसार को अलविदा कहने वाले इस अज़ीम शाइर और गीतकार को हमारी विनम्र श्रद्धांजलि !

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