हिन्दी सिनेमा के अद्भुत सितारा रहे अभिनेता प्राण की आज पुण्यतिथि है । 12 फरवरी 1920 को दिल्ली के एक सम्पन्न पंजाबी परिवार में जन्मे प्राण ने शुरु के कुछ साल शिमला में भी बिताए और स्थानीय रामलीला में सीता की भूमिका निभाई । विख्यात अभिनेता अमरीश पुरी, जो संयोग से उस समय शिमला में रहते थे, राम की भूमिका निभाते थे । 1940 में लाहौर में पंजाबी फिल्म ‘यमला जट’ से अपनी अभिनय यात्रा शुरू करने वाले प्राण ने छ: दशकों के अपने करियर में लगभग 350 फिल्मों में अभिनय किया व बतौर नायक, खलनायक व चरित्र अभिनेता अपनी बहुमुखी प्रतिभा का लोहा मनवाया ।1942 में पहली हिन्दी फिल्म ‘ख़ानदान’ में नूरजहां के साथ नज़र आए । ’50 व ’60 के दशक में प्राण ने बहुत सी फिल्मों में विलेन की भूमिका निभाई और खूब प्रशंसा बटोरी । देवानन्द- कामिनी कौशल के लीड रोल वाली फिल्म जिद्दी में अभिनय के फलस्वरूप विलेन के रूप में स्थापित हुए । मोटे तौर पर 1942-47 की अवधि में नायक , 1942-1991 में खलनायक, और 1948-2007 में चरित्र अभिनेता के रूप में अभिनय किया । अपनी दमदार आवाज़ और खूबसूरत चेहरे की भावभंगिमा के चलते फिल्मों की कभी कमी नहीं रही। उनके द्वारा अभिनीत फिल्मों में खानदान, हलाकू, मधुमती, जिस देश में गंगा बहती है, उपकार ,शहीद, राम और श्याम, जौनी मेरा नाम , विक्टोरिया न.203, अमर अकबर एंथनी, दिल दिया दर्द लिया, बड़ी बहन, छलिया , कसौटी, आज़ाद, कुन्दन, मुनीम जी, चोरी चोरी, देवदास, तुम सा नहीं देखा, मेरे महबूब , ब्लफ़ मास्टर, कश्मीर की कली, मेरे सनम , पत्थर के सनम, जंजीर, बोबबी, जुगनू , दोस्तना, कर्ज़, कालिया आदि आदि शामिल हैं ।
पद्मभूषण और दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित प्राण को चार बार फिल्मफ़ेयर पुरस्कार भी मिला ।
2013 में आज के दिन 93 वर्ष की आयु में इनका निधन हुआ ।
महान अभिनेता को हमारी विनम्र श्रद्धांजलि !
पद्मभूषण और दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित प्राण को चार बार फिल्मफ़ेयर पुरस्कार भी मिला ।
2013 में आज के दिन 93 वर्ष की आयु में इनका निधन हुआ ।
महान अभिनेता को हमारी विनम्र श्रद्धांजलि !
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