हिन्दी साहित्य के एक महत्वपूर्ण हस्ताक्षर,विख्यात उपन्यासकार, नाटककार और कथाकार, भीष्म साहनी की आज पुण्यतिथि है.भारत विभाजन की पृष्ठभूमि पर लिखे उनके उपन्यास 'तमस ' पर इसी नाम से एक फिल्म भी बनी जो बहुत चर्चित रही । उनकी कहानियों में ' चीफ़ की दावत ' का एक विशिष्ट स्थान है जिसमे कृतघ्न पुत्र जो अपनी विधवा माँ को हाशिये पर धकेल चुका है, स्वार्थवश उसकी खुशामद और चिरौरी करने पर विवश हो जाता है, जब दावत पर आए उसके बॉस और बॉस की पत्नि को उसकी माँ के हाथ की बनी फुलकारी बहुत पसंद आती है, और वो अपने लिए वैसी ही फुलकारी चाहते हैं ।
भीष्म साहनी उन साहित्यकारों में शुमार हैं, जिन्होंने डॉक्टरेट तो अंग्रेजी साहित्य में की, पर नाम हिन्दी साहित्य में कमाया ।
साहित्य अकादमी अवार्ड, सोवियत लैंड अवार्ड एवं पद्मभूषण से सम्मानित और महान अभिनेता बलराज साहनी के अनुज महान साहित्यकार को हमारी विनम्र श्रद्धांजलि 🙏
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