Sunday, June 30, 2019

Bushehri/Kinnauri Cap

SUNDAY MUSINGS :
Some more than 55 years back, when my  father saw a visiting acquaintance wearing a Bushehri cap, he at once took a fancy to it and requested him to arrange three caps for him. Within days came a VPP from Kullu containing three caps, perhaps Rs.2/50p.  a piece , if I remember correctly.In hind sight I gather that the caps were of middle variety with Shaneel patti in maroon  colour.
In the ' 80s when I got to serve my first tenure at Pooh, I came to know about the socio- cultural significance of the Bushehri/ Kinnauri cap traditionally worn both by men and women. Invited or otherwise visiting guests are welcomed and received by putting the cap on their heads as a mark of honour and respect .
Made with three colours of patti i.e., Green, Maroon & Red, the cap has gained international popularity.The patti comes in three variants viz, Velvet, Shaneel & some coarse cloth, which also determine the price. The velvet version, the most superior of the three these days costs upwards of Rs 400/-.

Quite amusingly , the cap for many years now has also added a political dimension to it. The Green is identified with Congress party and the Maroon , with the BJP. A third political party HVC which was in existence for a few years had chosen Red colour.
Amusingly, worldlywise people, not deep into party politics  adopt the colour of the party ruling in the state .

Sunday, June 23, 2019

Razor Blade

My childhood memories of the common multipurpose device called a razor Blade or simply a Blade, are still fresh in my mind. Off and on my father would bring home a packet of BHARAT Razor Blade containing five blades, the wrapper declaring it  'A Malhotra Product'.The brand later changed to Erasmic , Topaz or some other available brands like 7-O' Clock.I call it a multipurpose device, because apart from being used for the shave, it came handy to cut paper, for sharpening a  kachchi pencil etc.

It was quite amusing when some  guest  from village  staying overnight  would in the morning ask for a Blade. To our utter amazement, he guy would  go out in the open and pare the nails with such expertise that not a cut was caused to allow blood to come out.
Some other guest, despite the shaving kit being offered would only ask for a Blade and some warm water and  shave the face smoothly, without a cut or a bruise. I ,for one, use both the simple razor blade  and the twin blade, the latter taking care of the chin down to the neck.
The barbers,  instead of the conventional Ustara , the edge of which had to be sharpened by running up and down a leather strip or on a Flint slab, now use Ustara, fitted with half blade .
The design  and size of  the blade has  remained the same, irrespective of the brand , though quality may differ.


Wednesday, June 19, 2019

दान सिंह

1970 में  शशि कपूर-शर्मिला टैगोर अभिनीत फिल्म 'माय लव '  रिलीज़ हुई और  इस फिल्म के गीत  ' ज़िक्र होता है जब क़यामत का, तेरे जलवों की बात होती है...'  और ' वो तेरे प्यार का ग़म, एक बहाना था सनम.....' अत्यंत लोकप्रिय हुए । ये दोनों गीत मुकेश के स्वर में थे  , कई वर्षों तक संगीत महफिलों का हिस्सा रहे  और आज भी गुनगुनाये जाते हैं ।इन गीतों की धुन संगीतकार दान सिंह ने बनायी थी ।प्रतिभा संपन्न होते हुए भी  दान सिंह को फिल्म संगीत में अधिक काम न मिल पाया  क्योंकि वो अंदरूनी राजनीति के शिकार रहे और उनकी अनेक धुनें चुरा कर अन्य लोगों द्वारा उपयोग में लायी गयीं, कारण यह रहा कि दुनियादारी से बेखबर दान सिंह अपनी बनायी धुनों को  पहले ही सार्वजनिक कर देते थे ।आर्थिक रूप से कभी संपन्न न हो पाए। 18 जून 2011 को इनका निधन हुआ ।
महान संगीतकार को हमारी विनम्र श्रद्धांजलि !

Sunday, June 16, 2019

हेमन्त कुमार

आज भारतीय सिनेमा के  ख्यातनाम संगीत निर्देशक, फिल्म निर्माता एवं पार्श्व गायक हेमंत कुमार की जयंती है । शिक्षण और प्रशिक्षण से  इंजीनियर, हेमंत कुमार ने व्यवसाय के रूप में संगीत को चुना । हिंदी सिनेमा की कुछ चुनिंदा फ़िल्में जिनमे  उनने संगीत दिया , में नागिन, आनंद मठ, यहूदी की लड़की, बीस साल बाद, साहिब बीवी और ग़ुलाम, जागृति , एक ही रास्ता, बिन बादल बरसात, कोहरा, मंझली दीदी, दो दूनी चार, और ख़ामोशी शामिल हैं। इसके अलावा उनने बांग्ला फिल्मों, परिणीता, नील आकाशेर नीचे, सप्तपदी, बालिका वधू, गणदेवता और कुछ अन्य फिल्मों में भी संगीत दिया ।एक पार्श्व गायक के रूप में हेमंत कुमार ने  नागिन, बीस साल बाद, हाउस नंबर 44, जाल, कोहरा, अनुपमा, अनारकली, शर्त, मजबूर और ममता फिल्म के लिए गीत भी गाये जो बहुत लोकप्रिय रहे ।
उनने फिल्म बीस साल बाद, कोहरा, बीवी और मकान  ,फरार, और ख़ामोशी  का निर्माण किया व इनमें संगीत भी दिया ।इनमें बीस साल बाद और ख़ामोशी को ही  व्यवसायिक तौर पर सफलता मिल पायी ।
फिल्म कोहरा में गाये गीतों से लता मंगेशकर को बहुत प्रसिद्धि मिली ।
रवींद्र संगीत के सम्मानित प्रतिपादक के रूप में  पंकज मलिक के बाद हेमंत कुमार का ही नाम लिया जाता है ।
26 सितंबर, 1989 को इनका निधन हुआ ।
बहुमुखी प्रतिभा के धनी हेमंत कुमार को हमारी विनम्र श्रद्धांजलि ।

Saturday, June 15, 2019

सुरैया

गुज़रे ज़माने की  विख्यात अभिनेत्री व पार्श्व गायिका सुरैया की आज 90वीं जयंती है । सुरैया जमाल शेख का जन्म  आज ही के दिन 1929 में  लाहौर में हुआ । कुछ समय बाद ही सुरैया का परिवार मुम्बई आ गया और उनकी परवरिश मुम्बई में ही हुई । मात्र 7 वर्ष की आयु से बतौर बाल कलाकार फिल्मों में काम करना शुरू किया व उनकी पहली फिल्म 'मैडम फैशन' थी । बचपन के साथी और भावी अभिनेता राज कपूर और संगीतकार मदनमोहन के साथ ऑल इंडिया रेडियो पर बच्चों के कार्यक्रम में भी भाग लिया , और रेडियो पर गीत भी गाए ।1941 में बनी फिल्म ताजमहल में मुमताज महल की भूमिका निभायी । 1940, और 1950 के दशक की सबसे अधिक पारिश्रमिक पाने वाली प्रमुख़ अभिनेत्री और पार्श्व गायिका  रही । अधिकतर गीत अपनी फिल्मों के लिए ही गाए । 67 फिल्मों में अभिनय किया और 300 से अधिक गीत गाए । अभिनेता /गायक के.एल.सहगल के साथ तीन फिल्मों में कार्य किया । इनकी प्रमुख फिल्मों में प्यार की जीत, अफसर, अनमोल घड़ी, शमा, परवाना, मिर्ज़ा ग़ालिब, दर्द, दिल्लगी, दास्तान, अमर कहानी, रुस्तम सोहराब आदि आदि हैं  ।अपनी फिल्म मिर्ज़ा ग़ालिब में उनके द्वारा गायी ग़ालिब की ग़ज़लें  उनकी गायकी का बेजोड़ नमूना हैं  । सुरैया ने 1963 में गायन और अभिनय दोनों को छोड़ दिया ।
उल्लेखनीय है कि  देवानंद के साथ उनका प्रेम प्रसंग चर्चित रहा पर अपनी नानी के विरोध के चलते देवानंद से उनका विवाह न हो पाया । सुरैया जीवन पर्यन्त अविवाहित रहीं , ये अलग बात है कि देवानंद ने कल्पना कार्तिक से विवाह किया और घर बसाया ।
31 जनवरी 2004 को सुरैया का निधन हुआ ।
सुरैया अभिनय, गायन और सुंदरता का अनूठा संगम था ।
हमारी विनम्र श्रद्धांजलि ।

Sunday, June 2, 2019

Old Age Blues !

This last week saw me grappling with sore throat, some cough, 'cold' in the unusually hot weather and mild temperature -i.e. below100- though not so mild as per my too anxious wife  who knows my normal temperature to be 97 at the maximum.Much to my discomfort, she wakes me up a number of times , putting the thermometer in my mouth and making grimaces when the mercury  refuses to drop.
Not a big deal but past sixty, all weird feelings come to mind, when even a little can mean too much as far as the list of negatives is concerned. With a jerk, I try to collect myself and look up to the persons much older than me, with the devil- may- care attitude, leading robust, active creative lives.