हिन्दी साहित्य में नयी कहानी आन्दोलन के प्रणेता, प्रसिद्ध नाटककार मोहन राकेश की आज पुण्यतिथि है। उनके द्वारा रचित ' आषाढ़ का एक दिन ' को हिन्दी का प्रथम आधुनिक नाटक होने का गौरव प्राप्त है, जिसके लिए उन्हें 1958 में सन्गीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था ।नाटक और कहानियों के अतिरिक्त उनने उपन्यास, यात्रा विवरण, संस्मरण, आलोचना आदि के क्षेत्र में भी योगदान दिया !
मात्र 46 वर्ष की आयु में इस सन्सार को अलविदा कहने वाले महान साहित्यकार को हमारी विनम्र श्रद्धांजलि !
मात्र 46 वर्ष की आयु में इस सन्सार को अलविदा कहने वाले महान साहित्यकार को हमारी विनम्र श्रद्धांजलि !
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