Monday, December 31, 2018

नव वर्ष 2019 की शुभकामनाएं

व्यक्तिगत उपलब्धि शून्य , दो हमउम्र मित्रों का छोड़ कर जाना , दो मित्रों को पत्नि- शोक एक दो स्वजनों से सदा के लिए बिछड़ना -जाने वाला वर्ष 2018 यह सब दे गया । सार्वजनिक एवम् वृहद्तर स्तर पर हिमाचल में ही हमने कुछ नामचीन साहित्यिक रचनाकारों को खो दिया । 2019 कैसा होगा यह भविष्यवाणी करना लगभग असंभव ही होता है फिर भी सब के लिए अच्छा हो यह कामना व प्रार्थना तो की ही जा सकती है ।
परसों किसी चैनल पर बुल्गारिया की दृष्टिबाधित महिला भविष्यवक्ता स्व.बाबा वांगा के हवाले से 2019 के बारे में कुछ भयावह घटनाओं मसलन सुनामी और विश्वयुद्ध की संभावना बतायी जा रही थी ।ईश्वर करे ऐसा कुछ न हो ।आशावादी होते हुए बकौल ग़ालिब 'किसी बरहमन ने कह रखा है यह साल अच्छा है' को ही मान कर चलते हैं ।विपरीत परिस्थितियों के लिए क़तील शिफ़ाई ने कुछ लिखा है , जो फिर कभी !फ़िलहाल रस्मे दुनिया भी है , मौका भी , दस्तूर भी ... !सब को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं !

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