खील , बतासे, चीनी से बने रंग बिरंगे या सफ़ेद खिलौने , अखबार के कागज़ में लिपटी व छक्कू में रखी मिठाई, छोटे मोटे बम, फुलझड़ियाँ, अनार, पटाखे, ऑटोमैटिक पिस्तौल जिसमे पटाखे की लड़ी चलती थी, एक जोड़ा नए कपड़े- कोई दिखावा नहीं, कोई होड़ नहीं- मेरे बचपन की दीवाली क्या खूब थी !
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