आज महान बांग्ला उपन्यासकार महाश्वेता देवी की पुण्यतिथि है ! 100 से अधिक उपन्यास व अनेक लघु कथाओं की रचना की। कुछ उपन्यासों का अनुवाद हिन्दी में भी हुआ ! हजार चौरासी की मा, रुदाली, व अरण्येर अधिकार उनकी प्रमुख रचनाओं में से हैं ! एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में उनका योगदान आदिवासी अधिकारों के लिये किये उनके सतत संघर्ष की कहानी है। साहित्य अकादमी पुरस्कार, ज्ञानपीठ पुरस्कार, पद्मश्री एवं पद्मविभूषण, तथा रेमन मेगासेसे पुरस्कार से सम्मानित इस महान साहित्यकार को हमारी विनम्र श्रद्धांजलि !
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